छपरा से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है।
76 वर्षीय बुज़ुर्ग शहाबुद्दीन खान उर्फ़ साहब खान नगरा से लौट रहे थे। जैसे ही उनकी बाइक खैरा भट्टी–मानपुर रोड के पास पहुँची, अचानक एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी।

हादसा इतना भयावह था कि ट्रक में फंसे बुज़ुर्ग को चालक लगभग 8 से 10 किलोमीटर तक घसीटते हुए चनचौरा तक ले गया। जब ग्रामीणों ने देखा तो शरीर की हालत इतनी दर्दनाक थी कि आंखों में आँसू आ गए।

और फिर वही पुरानी कहानी – ट्रक तो पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन चालक मौके से फरार हो गया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है –
- तेज़ रफ्तार और लापरवाह ड्राइवरों ने सड़कों को कब्रगाह बना दिया है।

सवाल वही खड़ा होता है –
- कब थमेगा यह खून का खेल?
किसकी जिम्मेदारी है इन मासूम जिंदगियों की?
और कब तक ऐसे परिवार उजड़ते रहेंगे?





