“सारण ज़िले के गाँव बसडिला से आई है एक हृदयविदारक घटना।
22 साल का नौजवान, सूरज कुमार सिंह…
रात में अपराधियों ने उसे गोली मार दी।
गोली सीधे सीने में लगी… और सपनों से भरी ज़िंदगी वहीं थम गई।

पिता राम नरेश सिंह… और मां पंचायत की मुखिया।
ऐसे परिवार का बेटा, गाँव के बीच में, अपराधियों का निशाना बन गया।

घटना उस जगह हुई है जो मुफस्सिल और जलालपुर थाना की सीमा पर आती है।
गंभीर हालत में सूरज को छपरा सदर अस्पताल लाया गया… फिर पटना पीएमसीएच रेफर किया गया…
लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

22 साल की उम्र…
जहाँ ज़िंदगी की शुरुआत होती है,
वहाँ मौत ने सब खत्म कर दिया।
पोस्टमार्टम के दौरान पहुँचे पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने कहा —
‘मामला बेहद गंभीर है, पुलिस दोषियों को पकड़ेगी।’

लेकिन गाँव के कुछ लोग बताते हैं कि सूरज पहले कुछ मामलों में जेल भी जा चुका था।
तो क्या यह हत्या पुरानी रंजिश का नतीजा है?
या मुखिया परिवार को कमज़ोर करने की साज़िश?

गाँव बसडिला अब सन्नाटे में है…
और उस सन्नाटे में गूंज रहा है यही सवाल —
अपराधियों ने सूरज के सीने में गोली क्यों मारी?”
