छपरा से आई ये खबर हर किसी को भीतर तक झकझोर देगी।
रिविलगंज के रघुवर दास घाट पर सोमवार को सरयू नदी में नहाने गए दो मासूमों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान बबलू अली और रियाजुद्दीन अली (14 वर्ष) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से छपरा के गुदरी बाजार के रहने वाले थे, लेकिन लंबे समय से अपने मामा के यहां रिविलगंज में रह रहे थे।

टना उस वक्त हुई जब दोनों बच्चे रिविलगंज के वार्ड नंबर 9 के पास मरीन ड्राइव से सटे इलाके में नहाने गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस स्थान पर बच्चे नहा रहे थे वहां मरीन ड्राइव के निर्माण कार्य के लिए बालू की खुदाई की गई थी, जिससे नदी के तल में गहरे गड्ढे बन गए थे।
यही गड्ढे मासूमों की जान के दुश्मन बन गए।
बालू के इन गहराई भरे गड्ढों में फंसने के बाद दोनों बच्चे बाहर नहीं निकल पाए और डूबकर उनकी मौत हो गई।

समाज और तंत्र की चूक
ये सिर्फ एक हादसा नहीं है, यह एक चेतावनी है। जब किसी नदी किनारे निर्माण कार्य चल रहा हो, तो वहां सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं होता?
कोई चेतावनी बोर्ड नहीं, कोई सुरक्षा घेरा नहीं, कोई निगरानी नहीं।