छपरा: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई जब माझी विधानसभा क्षेत्र के माकपा विधायक डॉ. सत्येंद्र यादव ने एक विशाल जनरैली निकालकर नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। इस रैली में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
नीतीश सरकार पर आरोप
डॉ. सत्येंद्र यादव ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि—
बिहार में बेरोजगारी चरम पर है, सरकार युवाओं के लिए ठोस कदम नहीं उठा रही।
किसानों की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है, जिससे वे आर्थिक संकट में फंसते जा रहे हैं।
भ्रष्टाचार और महंगाई के कारण आम जनता का जीना मुहाल हो गया है।
“अब बहुत हुआ, बदलाव जरूरी”

माकपा विधायक ने जनता से अपील की कि “अब बहुत हुआ, हमें इस कुशासन को उखाड़ फेंकना होगा और बिहार में एक नई सरकार बनानी होगी, जो जनता के हित में होगी!
बिहार में पहले से ही राजद-कांग्रेस-लेफ्ट का गठबंधन रहा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में भाकपा (माले) को 16 सीटें मिली थीं, जबकि माकपा और भाकपा को भी कुछ सीटें हासिल हुई थीं। यदि वामपंथी दल राजद और कांग्रेस के साथ मजबूती से जुड़ते हैं, तो वे नीतीश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा कर सकते हैं।बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की समस्याओं और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर माकपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सकती है।
