हमें गर्व है उन वीरों पर जो हँसते-हँसते कुर्बान हो गए,
ज़मीं माँगती रही लहू… और वो बेहिचक दे गए।

राम बाबू प्रसाद बीती 9 मई को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में घायल हो गए थे. इलाज के दौरान आज (13 मई) सुबह उनकी मौत हो गई.शहादत की राह में एक और बिहारी युवा आर्मी का जवान रामबाबू प्रसाद देश के लिए शहीद हो गए। इस खबर के बाद उनके पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। आज उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा।

पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम के उल्लंघन के कारण उन्हें गोली लगी।
रामबाबू प्रसाद एयर डिफेंस सिस्टम S- 400 चलाते थे। शहीद की शादी 4 महीने पूर्व ही हुई थी उनकी पत्नी अंजलि के हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी थी तब तक रामबाबू की शहादत की खबर आ गई।

शहीद रामबाबू प्रसाद सिवान के बड़हरिया प्रखंड के वाशिलपुर के रहने वाले थे।उनके पिता स्व. रामविचार सिंह हरिहरपुर पंचायत के उप मुखिया रह चुके थे. रामबाबू सिंह के एक भाई अखिलेश सिंह झारखंड के हजारीबाग में लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं.
